1. सुखासन योगा:-
सुखास्ना शरीर के स्वस्थ्य, प्राणायाम और ध्यान लगाने के लिए आरामदायक स्थिति है, यह योगा शरीर को बहुत लोग मुक्त करता है। अंततः सभी आसन व योग शरीर को स्वस्थ रखते,
कैसे करें:-
पालथी मार कर बैठे इस स्थिति में बैठने से योगा को करेंगे तो एक सक्षम आसन कर सकेंगे.यह शरीर के लिए सहज महसूस करने के लिए किया जाता है। यह आसन योग प्रक्रिया को अपने नैतिक जीवन साथ लेकर चलने से शरीर को और आपको अपने आध्यात्मिक पक्ष के संपर्क में आने में मदद करता है
रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। अपने हा
2. ताड़ासन योगा:-
ताड़ासन योगा शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होता है, इसको पर्वत आसन भी कहा जाता है। ये आसन दृढ़ता के साथ खड़े होना सिखाती है। इसमें मांसपेशियों के प्रमुख समूह शामिल होते हैं और मन के एकात्र करने में सहायक है।
कैसे करें:-
इस योग में अपने को मिला कर या अपनी एड़ियों के बीच में थोड़ा जगह रहें और अपनी बाहों को लटकाएं, धीरे से अपने पैर की उंगलियों और पैरों को उठाएं और फैलाएं,
अपने हाथों को सिर के ऊपर उठाएं और उंगलियों को फंसा कर हथेलियों को ऊपर रखें
अपने शरीर के वजन को अपने पैरों पर संतु
जब आप साँस लेते हैं, तो अपने धड़ को लम्बा करलें और जब आप साँस छोड़ते हैं तो आपके कंधे आपके सिर से दूर हो जाते हैं और इस योगा से आपके पैर और पीठ को मजबूत होती है।
3. वृक्षासन योगा:-
यह योग आपको चेतना के साथ साथ नयी ऊर्जा का एहसास देता
कैसे करें:-
इस योग को करने के लिए दाहिने पैर को अपनी बाईं जांघ पर ऊचाई पर रखें, पैर मजबूती से रखा होना चाहिए बाएं पैर को सीधा रखें और अपना संतुलन बनाए रखें।
साँस लेते समय सिर पर अपनी बाहों को उठाएं और अपनी हथेलियों को एक साथ ले जाएं।
यह योगा करते समय आप की रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए है और साथ में गहरी सांस लें।
और धीरे -धीरे सांस छोडते हुए हाथों को नीचे लाएं और अपने
4. अधोमुख श्र्वानासन:-
यह योगा शरीर में प्राकृतिक ऊर्जा को प्रदान करता है, यह आसन विज्ञान के अनुसार सिर में रक्त प्रवाह अच्छा होता है और इस योगा के करने बाद शरीर में एक नई शक्ति होने का अहसास करेंगे
जैसे कुत्ते अपने शरीर की थकावट दूर करने के लिए स्ट्रेचिंग करते हैं, और स्ट्रेचिंग शरीर के लिए आरामदायक होती है।
कैसे करें:-
पहले घुटनों के बल बैठे और हाथों को जमीन पर रखें और पीठ सीधी रखें।अपनी बाहों को चटाई पर आगे बढ़ाएं, सांस छोड़ते हुए कूल्हों को उठाएं, और कोहनी और घुटनों को सीधा रखें, यह आसन करते समय शरीर उल्टा 'V' तरह बन जाएगा, गहरी सांस लेकर सांस को कुछ सेकेंड तक रुकें बाद में घुटनों को मोड़कर साधारण स्थित में आ जाए।
5. पश्चिमोत्तानासन योगा:-
यह योगा करते हुए शरीर के पिछले हिस्से रीढ़ की हड्डी में खिंचाव महसूस होता हैं। और इसी कारण इसे पश्चिमोत्तानासन कहा जाता है इस आसन को करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलेगी और शरीर का स्वस्थय ठीक रहेगा
कैसे करें:-
इस योगा को करने के लिए जमीन पर पैरों को सीधा फैला कर बैठ जाए पैर सीधे रहने चाहिए पैरों के बीच में जगह न रहे, रीढ़ की हड्डी सीधी रहनी है हथेलियों को पैरों के ऊपर रखें। धीरे धीरे शरीर को आगे की ओर झुकाएं साथ ही घुटने न मुड़े, और हाथों की अंगुलियों से पैरों की अंगुलियों को छुने की कोशिश करें। सांस को छोड़कर इस अवस्था में कुछ देर तक रुकें। और धीरे-धीरे पहली वाली अवस्था में आ जाए।
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